बारिश की बूंदों से नहा कर तरोताजा हुए पहाड़, आसमान पर मंडराते काले भूरे बादल, शरीर में हल्की सिहरन पैदा करने वाली ठंडी हवाएं और दूर तक फैले हरी घास के मैदान सिलीगुड़ी के सुकना का यह नजारा किसी के भी मन को मचलने के लिए मजबूर कर सकता है। शायद यही वजह रही कि मौसम की मदहोशी में मंगलवार को स्कूल से लौटते बच्चों ने एक दूसरे का हाथ थामें ट्वाय ट्रेन की इन पटरियों को अपना रास्ता बना लिया।
छाया संजय साह