हम तो उस पत्रकार से सिर्फ इतना जानना चाहते हैं कि 2014 में राहुल गांधी ने और 1985 में राजीव गांधी ने सब कुछ कर ही दिया तो बजट राहुल गांधी के साथ बैंकाक में मनोरंजन करने चला गया क्या ।
कहने के लिए तो में रोजाना पूरे भारत को सोने से ढक देने की बात करता हूँ लेकिन अभी तक खुद के लिए झोंपड़ी का जुगाड़ तक नहीं कर सका तो कम को जमीन पर उतारने वाली बात होनी चाहिए । 2004 से 2014 तक राहुल गांधी कहाँ गए थे, जब चुनाव का दो महीना बचा तभी 1985 की पापा की योजना की याद क्यो आई,