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6700 आशा कार्यकर्ताओं ने निगरानी और जागरूकता के काम को सशक्त बनाया
जैसे ही मेघालय में कोविड-19 का पहला मामला दर्ज हुआ, आशा कार्यकर्ताओं को चिन्हित कंटेनमेंट जोन में संक्रमण के मामलों का पता लगाने के लिए तैनात की जाने वाली टीम का हिस्सा बनाने के लिए प्रशिक्षित किया गया। मेघालय में कोविड के संक्रमण को फैलने से रोकने में आशा जैसी...
more... स्वास्थ्य क्षेत्र की अग्रिम पंक्ति की कार्यकर्ताओं का महत्वपूर्ण योगदान रहा है। कोविड-19 के खिलाफ राज्य सरकार की लड़ाई में आशा कार्यकर्ताओं की सशक्त भूमिका रही है। लगभग 6700 आशा कार्यकर्ताओं को कोविड विलेज हेल्थ अवेयरनेस एंड एक्टिव केस सर्च टीमों का हिस्सा बनाया गया। इन टीमों ने कोविड-19 के खिलाफ निवारक उपायों जैसे हाथ धोना, मास्क पहनना/चेहरे को ढंकना, सामाजिक दूरी बनाए रखना आदि के बारे में समुदायिक स्तर पर जागरूकता फैलाई और साथ ही सक्रियता से संक्रमण के मामलों का पता लगा कर लोगों को परीक्षण और उपचार के लिए समय पर पहुंच की सुविधा भी प्रदान की।
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प्रधानमंत्री ने आत्मनिर्भर भारत इनोवेशन चैलेंज लॉन्च किया
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने आत्मनिर्भर भारत इनोवेशन चैलेंज का शुभारंभ किया। यह चैलेंज ऐसे सर्वश्रेष्ठ भारतीय ऐप्स की पहचान करने के लिए है जो पहले से ही नागरिकों द्वारा उपयोग में लाए जा रहे हैं और जिनमें अपनी श्रेणी विशेष में विश्व स्तर के ऐप्स बनने की क्षमता है। प्रधानमंत्री ने एक ट्वीट करते हुए कहा, “आज टेक और स्टार्ट अप समुदाय में विश्वस्तरीय मेड इन इंडिया ऐप बनाने के लिए भारी उत्साह है। उनके विचारों और उत्पादों को सामने लाने के लिए इलेक्ट्रोनिक्स और सूचना एंव प्रौद्योगिकी मंत्रालय तथा अटल इनोवेशन मिशन आत्मनिर्भर भारत ऐप इनोवेशन चैलेंज लॉन्च कर रहा है। यह चैलेंज आपके लिए है यदि आपके पास इस तरह के उत्पाद हैं या यदि आपको लगता है कि आपके पास ऐसे उत्पादों को बनाने के लिए एक दृष्टि और विशेषज्ञता है तौ मैं तकनीकी समुदाय के अपने सभी दोस्तों से इसमें भाग लेने का आग्रह करता हूं।”
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प्रधानमंत्री ने तकनीक समुदाय से आत्मनिर्भर भारत ऐप इनोवेशन चैलेंज में भाग लेने का किया आह्वान
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने तकनीक क्षेत्र से जुड़े लोगों से आत्मनिर्भर भारत ऐप इनोवेशन चैलेंज में भाग लेने का आह्वान किया है। लिंक्डइन पर प्रकाशित एक पोस्ट में प्रधानमंत्री ने भारत में एक जीवंत और स्टार्टअप इकोसिस्टम होने का उल्लेख किया, साथ ही बताया कि कैसे युवाओं ने विविध क्षेत्रों में तकनीक समाधान उपलब्ध कराने में बेहतरीन प्रदर्शन किया है। उन्होंने कहा कि स्टार्टअप और तकनीक इकोसिस्टम में घरेलू स्तर पर ऐप के लिए नवाचार, विकास और प्रोत्साहन देने के लिए खासा उत्साह है। उन्होंने कहा कि देश जहां आत्मनिर्भर भारत के निर्माण की दिशा में काम कर रहा है, वहीं यह ऐप्स के विकास को नई दिशा एवं गति देने का एक अच्छा अवसर है जो हमारे बाजार को संतुष्ट करने के साथ-साथ दुनिया के साथ प्रतिस्पर्धा भी कर सकें।
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इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय और नीति आयोग ने प्रधानमंत्री के डिजिटल इंडिया – आत्मनिर्भर भारत की परिकल्पना को साकार करने के लिए डिजिटल इंडिया आत्म-निर्भर भारत ऐप इनोवेशन चैलेंज का शुभारम्भ किया
भारतीय ऐप्स के लिए एक मजबूत पारिस्थितिकी तंत्र का समर्थन और उसका निर्माण करने के उद्देश्य से अटल इनोवेशन मिशन - नीति आयोग के साथ साझेदारी में इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने भारतीय तकनीकी उद्यमियों और स्टार्टअप्स के लिए डिजिटल इंडिया आत्म-निर्भर भारत ऐप इनोवेशन चैलेंज का शुभारम्भ किया। इसे प्रधानमंत्री के डिजिटल इंडिया के निर्माण की परिकल्पना को साकार करने और आत्म-निर्भर भारत के निर्माण में डिजिटल प्रौद्योगिकियों का उपयोग करने में मदद करने के उद्देश्य से बनाया गया है। यह 2 ट्रैकों में चलेगा: मौजूदा ऐप्स का संवर्द्धन और नए ऐप्स का विकास।
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केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री ने नीट और जेईई मेन्स एंड एडवांस की परीक्षाओं के लिए नई तारीखों की घोषणा की
केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री श्री रमेश पोखरियाल 'निशंक' ने ऑनलाइन माध्यम के जरिए नीट (एनईईटी) और जेईई मेन्स एंड एडवांस परीक्षाओं की नई तारीखों की घोषणा की है। मंत्री ने सूचित किया कि विद्यार्थियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा सुनिश्चित करने के लिए मानव संसाधन विकास मंत्रालय की सलाह पर राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (एनटीए) ने जेईई और नीट परीक्षाओं को स्थगित करने का फैसला किया है। उन्होंने आगे बताया कि जेईई मेन्स परीक्षा अब 1-6 सितंबर 2020 और जेईई एडवांस परीक्षा 27 सितंबर 2020 को होगी। उन्होंने कहा कि नीट परीक्षा अब 13 सितंबर 2020 को होगी।
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श्री पीयूष गोयल ने निर्यातकों के प्रयासों की सराहना की क्योंकि देश के निर्यात में तेजी से सुधार हो रहा है
श्री गोयल ने ईपीसी को संबोधित करते हुए कहा कि इस वित्त वर्ष के पहले दो महीनों के दौरान कोविड-19 के कारण पैदा हुए व्य्वधान के बाद निर्यात में तेजी से सुधार हो रहा है क्योंकि अनलॉक की प्रक्रिया शुरू हो गई है और आर्थिक गतिविधियों में सुधार हो रहा है। उन्होंने कहा कि जून, 2020 के आंकड़ों में वृद्धि की झलक मिलेगी क्योंकि मर्केंडाइज निर्यात का आंकड़ा पिछले साल की समान अवधि के मुकाबले लगभग 88 फीसदी तक पहुंच चुका है। उन्होंने इतने कम समय में इस बड़ी उपलब्धि को हासिल करने के लिए निर्यातकों की सराहना की। मंत्री ने कहा कि वास्तव में उनकी कड़ी मेहनत, आत्मविश्वास और दृढ़ संकल्प के कारण ऐसा संभव हुआ है। उन्होंने कहा कि यह उपलब्धि कहीं अधिक प्रशंसनीय है क्योंकि देश के कई इलाके अभी भी कंटेनमेंट जोन में हैं और वहां पाबंदियां लगाई गई हैं। उन्होंने कहा कि अधिकतर विदेशी बाजारों में इस तरह की शानदार वापसी नहीं हो पाई है। आयात के मुद्दे पर मंत्री ने कहा कि वह अभी भी काफी पीछे है जो एक अच्छी बात है। श्री पीयूष गोयल ने कहा कि अनलॉक 2.0 में कई तरह की अनुमति दी गई है और इसलिए उम्मीद है कि भविष्य में चीजें और बेहतर होंगी।
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