कार्य को फिर एक माह के लिये टाल दिया गया। इससे पहले कमिश्नर ऑफ रेलवे सेफ्टी को नई रेल लाइन का जाएजा लेने अगस्त में आना था जो अब सितम्बर मंे आएंगे। सीआरएस की एनओसी मिलते ही जबलपुर-घंसोर पैसेंजर ट्रेन अक्टूबर माह में दीवाली के पहले नैनपुर तक दौड़ाई जाएगी।
जबलपुर से सुकरी मंगेला के बाद ब्राॅडगेज परियोजना को अप्रैल में घंसोर तक पूरा कर लिया गया। घंसोर से नैनपुर के बीच कुल 33 किमी के हिस्से में बचे निर्माण कार्य को अगस्त में पूरा किया जाना था। इसके पहले रेलवे बोर्ड ने भी नए ट्रैक को हर हाल में जुलाई मंेे पूरा करने टारगेट दिया था, कुछ तकनीकी खामियों के चलते परियोजना को अगस्त तक टाल दिया गया। दक्षिण पूर्व मध्य रेल के इंजीनियरांे ने नैनपुर तक प्रोजेक्ट को पूरा करने नए सिरे से रूप रेखा तैयार की है। एसईसीआर की नई योजना के तहत नैनपुर तक निर्माण कार्य को सितम्बर तक पूरा करने का दावा किया है। घंसोर से नैनपुर के बीच एसईसीआर के इंजीनियर अफसरों ने नए ट्रैक की हर स्तर पर जांच की जिसमंे कई खामियां दिखाई दी। यहा तक कि नए ट्रैक पर बैलास्ट ट्रेन को भी हर तरह से दौड़ाकर जांच परख की जा रही है। कमिश्नर ऑफ रेलवे सेफ्टी को नए ट्रैक की जांच-पड़ताल करने का बुलावा पत्र सितम्बर में भेजा जाएगा। सीआरएस की जांच में सब कुछ ठीक रहा तो घंसोर से नैनपुर के बीच ट्रेन चलाने की मंजूरी मिल जाएगी। सीआरएस की एनओसी मिल जाती है तो जबलपुर से घंसोर के बीच चल रही पैसेंजर ट्रेन को अक्टूबर माह दीवाली के पहले नैनपुर तक चलाई जाएगी। पी-4
ट्रैक अभी कम्पलीट नहीं
घंसोर से नैनपुर के बीच रेल ट्रैक मंे अभी कुछ काम रह गया है। इस निर्माण कार्य को सितम्बर मंे पूरा कर लिये जाने के बाद अक्टूबर में जबलपुर से चलने वाली पैसेंजर ट्रेन को नैनपुर तक चलाया जाएगा।
-डाॅ. चंद्र प्रकाश त्रिपाठी, सीपीआरओ एसईसीआर
ब्रॉडगेज परियोजना की धीमी चाल, सितम्बर में होगी नए ट्रैक की ट्रायल
अक्टूबर में ही नैनपुर तक दौड़ पाएगी ट्रेन