एटा-टूण्डला रेलवे मार्ग की बदहाली के लिए रेलवे को शर्म आनी चाहिए वर्षों बाद भी इस मार्ग के विस्तार की कोई योजना नहीं बनाई गई है। लालू यादव जैसे बड़े-बड़े शूरमा रेलमंत्री बन गये लेकिन किसी ने यहां की समस्या को नहीं समझा है।
ममता बनर्जी की भी सोच पश्चिम बंगाल तक ही सीमित है।
ऋषि दीक्षित