रेवाड़ीसे हिसार और मथुरा की ओर सफर को आसान करने की दिशा में रेलवे की ओर से एक कदम और बढ़ा दिया गया है। धीमा ही सही मगर इस लाइन के विद्युतीकरण का काम आखिर रेवाड़ी जंक्शन तक पहुंच गया है। रेवाड़ी जंक्शन से करीब दो किलोमीटर दूर तक विद्युतीकरण के लिए तारें भी डाली जा चुकी हैं। रेवाड़ी तक काम को पूरा किए जाने को लेकर फरवरी-2015 तक का लक्ष्य निर्धारित है। वहीं हिसार तक लाइन के विद्युतीकरण के काम में सालभर तक लगने की संभावना है। विद्युतीकरण के बाद ट्रेनों की रफ्तार बढ़ने से समय की खासी बचत होगी।
हरघंटे 20 किमी अधिक तय होगी दूरी : रेलवेकी ओर से मथुरा-रेवाड़ी-हिसार लाइन का विद्युतीकरण का काम किया जा रहा...
more... है। मथुरा से हिसार 340 किलोमीटर लंबी लाइन पर 197 किलोमीटर लाइन को विद्युतीकृत किया जा चुका है। रेवाड़ी जंक्शन पर पोल लगाने का काम शुरू हो चुका है। काम को सालभर तक पूरा कर लिए जाने की बात भी अधिकारियों की ओर से कही जा रही है। हालांकि गत वर्ष खुद रेलवे अधिकारियों की ओर से दावे किए जा रहे थे कि यह काम वर्ष 2014 के अंत तक पूरा कर लिया जाएगा, मगर काम पूरा नहीं हो सका। वहीं बात करें सुविधा की तो विद्युतीकरण के बाद ट्रेन प्रत्येक घंटे में 15 से 20 किलोमीटर की अधिक दूरी तय करेगी। यानी एक घंटे में 75-80 किलोमीटर का सफर तय करने वाली गाड़ियां विद्युतीकरण के बाद 100 किलोमीटर का सफर आसानी से तय करेंगी। डीजल से चलने वाली गाड़ियां धीरे-धीरे स्पीड पकड़ती हैं, जिससे गाड़ियों के रुकने चलने में काफी समय बर्बाद होता है। विद्युतीकरण के बाद गाड़ियां तुरंत ही स्पीड पकड़कर तेज गति से दौड़ेंगी। इससे यात्रियों के समय की काफी बचत होगी। अभी हिसार के लिए पैसेंजर गाड़ी को कई छोटे स्टेशनों पर रुकने के कारण करीब साढ़े तीन घंटे का समय लग जाता है, वहीं विद्युतीकरण के बाद ट्रेन एक घंटे पहले ही हिसार पहुंच जाएगी।
इनस्टेशनों को मिलेगा फायदा
विद्युतीकरणके बाद मथुरा से हिसार के बीच आने वाले स्टेशनों के यात्रियों को खासा लाभ होगा। इस रूट पर मथुरा से रामगढ़, गोवर्धन, ढींग, अलवर, रेवाड़ी, जाटूसाना, कोसली, दादरी, भिवानी, हांसी हिसार सहित कुछ अन्य छोटे स्टेशन शामिल होंगे।
रेवाड़ी जंक्शन पर पोल लगाए जाने का काम शुरू हो चुका है। रेवाड़ी के ही अनाज मंडी (कंटेनर डिपो) तक तो तारें भी डाली जा चुकी